Answer :
हम सभी अपने दैनिक कार्यों में कुछ ना कुछ कर इसे देशप्रेम के उदाहरण के रूप में प्रदर्शित कर सकते हैं। एक कहावत ‘ जहाँ चाह वहाँ राह’ का अर्थ हम सब जानते हैं। यह बात देशप्रेम के मामले में भी लागू होती है। कहने का अर्थ है हमें देशप्रेम की चाह रखने पर हमें उसके प्रदर्शन के मौके अपने आप मिल जाएंगे। जैसे हम वर्ष के तीन रास्ट्रीय पर्व अर्थात गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और महात्मा गांधी के जन्मदिन अर्थात अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के मौके पर हम इन त्यौहारों के रूप में मनाकर अपनी देशप्रेम की भावना का प्रदर्शन कर सकते हैं। इन अवसरों पर हम जहाँ और जिस स्थिति में हों हम अपने सामर्थ्य से इन दिवसों को एक अविस्मरणीय घटना के रुप में याद करने लायक बना सकते हैं। इसके अलावा हम ऐसी हर चुनौती जिसका सामना हमें अपने देश के विकास होने के क्रम में करना पड़े उसे स्वीकार कर व्यक्तिगत और सामाजिक ढंग से उस चुनौती को स्वीकार कर अपनी देशभक्ति का परिचय दे सकते हैं। हमें अपने देश में मौजूदा लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत अपना सहयोग देश को आगे बढाने में सरकार को देना होगा। सिर्फ वोट देकर सारी बातों को अगले 5 सालों तक भूल जाने वाले रवैये से हमें कुछ हासिल नहीं होने वाला है। चाहे वह चुनौती स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रदूषण, पर्यावरण या अन्य चीजों से जुड़ी हो या शिक्षा या अन्य क्षेत्र की बात हो सबमें हम अपनी देशभक्ति इन क्षेत्रों के विकास में एक भागीदार हो कर ही प्रदर्शित कर सकते हैं चाहे वह वेट एण्ड वाच(प्रतीक्षा करो और स्थिति पर नजर बनाये रखो) वाली भागीदारी ही क्यों न हो।
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NCERT Hindi - क्षितिज भाग 2