Q. 2 C4.4( 21 Votes )
निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
रहिमन मूलहिं सीचिबों, फूलै फलै अघाय।
Answer :
इस पंक्ति का अर्थ है जिस तरह पौधे की जड़ को सींचने से हमें फूल और फल प्राप्त होते हैं, उसी तरह एक ईश्वर की साधना करने से हम संसारिक सुख की प्राप्त कर सकते हैं। हमें अनेक देवी-देवताओं में आस्था रखने की बजाये एक ईश्वर के प्रति सच्चे मन से आस्था रखनी चाहिए। इससे निश्चित ही हमें लक्ष्य की प्राप्ति होगी और हम कर्तव्य के मार्ग से भी नहीं भटकेंगे।
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NCERT Hindi - स्पर्श भाग 1उदाहरण के आधार पर पाठ में आए निम्नलिखित शब्दों के प्रचलित रूप लिखिए।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
‘नट’ किस कला में सिद्ध होने के कारण ऊपर चढ़ जाता है?
NCERT Hindi - स्पर्श भाग 1निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
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NCERT Hindi - स्पर्श भाग 1निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
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NCERT Hindi - स्पर्श भाग 1निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
रहिमन मूलहिं सीचिबों, फूलै फलै अघाय।
NCERT Hindi - स्पर्श भाग 1निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
हमें अपना दुःख दूसरों पर क्यों नहीं प्रकट करना चाहिए? अपने मन की व्यथा दूसरों से कहने पर उनका व्यवहार कैसा हो जाता है?
NCERT Hindi - स्पर्श भाग 1निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
सुनि अठिलैहें लोग सब, बाँटि न लैहें कोय।
NCERT Hindi - स्पर्श भाग 1